कहा जाता हैं कि सत्ता का लालच बहुत बुरा होता है।इसे पाने के लिए आदमी किसी भी हद तक गिर सकता है। यहां तक यह भी बात कही जाती है कि राजनीति में अपने पिता पर भी भरोसा नहीं किया जा सकता।इसकी एक बानगी देखने को मिली है जहां एक चुनाव प्रत्याशी ने बदनामी के डर से अपनी 2 साल की मासूम बच्ची को मौत के घाट उतार दिया।
अवैध संबंधों से हुआ था बच्ची का जन्म-: यह घटना कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में घटी है।जिले का रहने वाला निंगप्पा पंचायत चुनाव लड़ने वाला था। निंगप्पा का गांव की महिला शशि कला से अवैध संबंध था। जिससे उसे 2 साल की बेटी श्रीशा थी।चुनाव में भेद खुलने और बदनामी के डर से उसने अपनी बेटी की जान ले ली।
पुलिस की जांच में हुआ खुलासा-: इस बेरहम हत्यारे ने 1 महीने पहले ही अपनी बेटी की हत्या कर दी थी। उधर बच्ची की मां ने अपनी बेटी के ना मिलने पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।शक के आधार पर जब पुलिस ने निंगप्पा को गिरफ्तार किया तब जाकर यह राज खुला
हत्या कर गड्ढे में दबा दी थी लाश-: इस निर्दयी आरोपी ने एक साजिश के तहत शशि कला को अपने गांव भेज दिया और बच्ची को अपने पास रख लिया। कुछ दिनों बाद घर से दूर एक घने जंगल में ले जाकर बच्ची की गला घोट कर हत्या कर दी और इसकी लाश को गड्ढे में दबा दिया।अभियुक्त निंगप्पा पहले से ही शादीशुदा है और पहली शादी से उसके तीन बेटे हैं।पुलिस निंगप्पा के खिलाफ आगे की कार्यवाही कर रही है।