शनिदेव का आशीर्वाद हर कोई पाना चाहता ही हैं और कोई भी शनिदेव से दुश्मनी रखना नहीं चाहता. शनिदेव अगर आपके उपर प्रसन्न रहेंगे तो उससे आपका जीवन काफी अच्छे से बितेगा और आपको कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन अगर आपके उपर शनिदेव की साढ़ेसाती रहेगी तो आपके जीवन में काफी कष्ट होंगे और आपको काफी नुकसान होगा.
शनिदेव का घर जहां माना जाता हैं वो महाराष्ट्र के अहमदनगर में स्थित हैं जहां पर शिंगणापुर गांव हैं जो शनि शिंगणापुर नाम से काफी प्रसिद्ध है. शनि शिंगणापुर में हर रोज़ शनिदेव के दर्शन करने लाखों लोग आतें हैं और उनके आशीर्वाद लेते हैं.
शनि शिंगणापुर में शनिदेव की स्थापना कैसे हुई इसकी कहानी बड़ी रोचक हैं. काफी साल पहले शिंगणापुर में बाढ़ आयी थी जिसमें वहां पर काफी कुछ बहकर आया था जिसमें एक पत्थर जैसा कुछ था जो एक पेड़ में अटका हुआ था. जब लोगों ने उस पत्थर को खिंचा तो उस पत्थर में से खुन बहने लगा जिस वजह से सभी लोग काफी डर गये और वहां से भाग गये थे.
फिर उसी रात एक व्यक्ति के सपने में शनिदेव खुद आएं और उनको उस पत्थर को यानी मुर्ति की स्थापना करने के लिए कहां गया और फिर गांव वालों ने उसको स्थापित किया जो शनिदेव की मूर्ति थी और अब शनि शिंगणापुर शनिदेव का घर माना जाता है.
शनि शिंगणापुर की खासियत ये है की उस गांव में किसी के घर में भी दरवाजा नहीं हैं और वहां पर कभी चोरी नहीं होती. ऐसा कहां जाता हैं की कोई वहां चोरी करें तो तुरंत उसके साथ बुरा होता है और कोई ना कोई घटना उस व्यक्ति के साथ घटती है.
आज शनि शिंगणापुर काफी प्रसिद्ध जगह हैं जहां पर हर एक इंसान को जरूर जाना चाहिए और भगवान शनिदेव के आशीर्वाद लेने चाहिए. अगर आप ऐसा करेंगे तो आपके उपर शनिदेव का आशीर्वाद हमेशा बना रहेगा.