बिजनेस के बारे में कहा जाता है कि अगर बिजनेस सेट हो गया तो वह इंसान को जमीन से चांद तक पहुंचा देता है।ऐसा ही हुआ एक भारतवंशी दक्षिण अफ्रीका निवासी मयूर श्री के साथ। उनके दादा फैक्ट्री में मजदूर का काम करते थे जबकि उनके पिता कसाई खाने में गोश्त काटते थे।इतनी आर्थिक तंगी होने के बावजूद मयूर ने अपने बुद्धि के बल पर इतना बड़ा कारोबार बनाया और दुनिया की सबसे महंगी कार बुगाटी शेरॉन खरीद ली।वह इस कार के इकलौते भारतवंशी मालिक हैं
साउथ अफ्रीका में हुआ जन्म-: मयूर श्री का जन्म साउथ अफ्रीका के डरबन में हुआ था।दरअसल 1860 के दशक के मध्य में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुलामी करार हुआ था जिसके तहत मयूर श्री के पूर्वज गुलामी की हथकड़ियों में बांधकर दक्षिण अफ्रीका ले जाए गए और उनका परिवार वही बस गया
बुद्धि के दम पर शुरू किया बिजनेस-: मयूर ने शुरू से ही अपने घर में आर्थिक तंगी देखी थी इसलिए वह नहीं चाहते थे कि वह आर्थिक तंगी में जिएं। उन्होंने अपनी बुद्धि का इस्तेमाल कर डरबन शहर में ही एक कोल्ड स्टोरेज का बिजनेस खोला जो देखते ही देखते पूरे साउथ अफ्रीका में मशहूर हो गया।इस बिजनेस की विशालता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि साउथ अफ्रीका में डिलीवर होने वाला हर फ्रूट्स मयूर श्री के कोल्ड स्टोरेज से ही जाता है।
अमेरिका जैसे विकसित देशों तक पहुंचाया बिजनेस-: जब मयूर श्री ने साउथ अफ्रीका का पूरा मार्केट टेकओवर कर लिया तब उन्होंने अपने बिजनेस को अमेरिका ले जाने की ठानी।अमेरिका में बसने के लिए ग्रीन कार्ड की जरूरत होती है और इस ग्रीन कार्ड को प्राप्त करने के लिए अमेरिका के बिजनेस में आपको कम से कम $500000 इन्वेस्ट करने पड़ते हैं।ग्रीन कार्ड को प्राप्त करने के लिए मयूर ने अमेरिका में कई जगहों पर कई संपत्तियां खरीदी।इसके बाद उन्हें आसानी से ग्रीन कार्ड मिल गया और अमेरिका में बसने के लिए जरूरी EB-5 वीजा भी मिल गया।
बेड़े में शामिल है महंगी महंगी कारें-: एक तरफ जहां मयूरी के पूर्वजों को गुलामी में अपने दिन काटने पड़े वहीं मयूर ने अपने बुद्धि और बिजनेस के दम पर काफी संपत्ति अर्जित कर ली है।उनके गैराज में rolls-royce डीएचसी,पीले रंग की लैंबॉर्गिनी,एंडेवर कन्वर्टिबल लैंबॉर्गिनी उरूस, और बुगाटी शेरॉन जैसी महंगी महंगी गाड़ियां शामिल है।इसके अलावा उनके पास Porsche GT3 कार भी है जो 350 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ सकती है।