इस साल की नवरात्रि 17 अक्टूबर से शुरू होगी और इस साल जो योग बन रहा है वो नवरात्रि में 58 साल बाद बन रहा है और इससे पहले ये योग साल 1962 में बना था.
इस साल नवरात्रि की शुरुआत शनिवार को होने जा रही है और ऐसा कहां जाता है की जब भी नवरात्रि शनिवार को आती हैं तब ऐसी मान्यता हैं की मां दुर्गा शनिवार को नवरात्रि शुरुआत होने से मां दुर्गा घोड़े की सवारी करके पृथ्वी पर आती हैं.
वैसे जब मां दुर्गा घोड़े की सवारी करके पृथ्वी पर आती हैं तब ऐसा कहां जाता हैं की ये थोड़ा अशुभ माना जाता है. ऐसा कहां जाता है जब मां दुर्गा घोड़े की सवारी करके पृथ्वी पर आती है तो ये कुछ ना कुछ बड़ा होने का संकेत देती हैं. जैसे कोई युद्ध, या फिर कोई आंधी तुफान की चेतावनी होती हैं ऐसा कहां जाता है.
इस साल नवरात्रि में सुर्य तुला राशि में प्रवेश करने वाला हैं और नवरात्रि के 9 दिन तुला राशि वालों के लिए कुछ खास नहीं रहेंगे और आपके लिए ये थोड़ा परेशानी भरा समय रहेगा.
नवरात्रि में 9 दिन हर रोज़ अलग अलग देवी की पूजा की जाती है. हर रोज किस तरह से देवी की पूजा करें और उससे आपको कैसे फायदे होंगे इसके बारें में आपको जरूर जानना चाहिए.
नवरात्रि में हर रोज़ देवी की पूजा करते समय माता को शहद और इत्र जरूर चढ़ाएं. शहद का भोग काफी अच्छा माना जाता है जो मां दुर्गा को काफी पसंद आता है और आप शहद को प्रसाद के रूप में भक्तों को जरूर दें.
नवरात्रि में आपको हर रोज़ सुबह जल्दी उठना चाहिए और नहाकर अच्छे कपड़े पहनने चाहिए. फिर हर रोज सुबह देवी की आराधना जरूर करें और मां दुर्गा के आशीर्वाद जरूर लें.
- नवरात्रि में पहले दिन देवी को देसी घी चढ़ाएं.
- नवरात्रि में दूसरे दिन देवी को फल या मिठाई का चढ़ावा दें.
- नवरात्रि में तीसरे दिन देवी को खीर का भोग चढ़ाएं.
- नवरात्रि के चौथे दिन देवी को मालपुआ का भोग चढ़ाएं.
- नवरात्रि में पांचवें दिन देवी को केले का भोग चढ़ाएं.
- नवरात्रि में छठे दिन देवी को शहद का भोग चढ़ाएं.
- नवरात्रि में सातवें दिन देवी को गुड़ का भोग चढ़ाएं.
- नवरात्रि में आठवें दिन देवी को नारियल का भोग चढ़ाएं.
- नवरात्रि में नववे दिन देवी को तिल का भोग चढ़ाएं.